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आईआईटी परिसर स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन आयुर्टेक मे हुआ मीटिंग का आयोजन

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आईआईटी परिसर स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन आयुर्टेक मे हुआ मीटिंग का आयोजन

आईआईटी परिसर स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन आयुर्टेक मे हुआ मीटिंग का आयोजन
आईआईटी परिसर स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन आयुर्टेक मे हुआ मीटिंग का आयोजन

  जोधपुर 1अगस्त 2024 धीरेन्द्र भाटी :-आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित आईआईटी परिसर में स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस इन आयुर्टेक के मीटिंग कक्ष मे डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार प्रजापति की उपस्थिति में आयुर्वेद एवं प्रौद्योगिकी मे होने वाले विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट के सम्वन्ध मे मीटिंग का आयोजन 1 अगस्त 2024 को किया गया। प्रोफेसर प्रजापति ने कहा कि आयुर्वेद एवं प्रौद्योगिकी आयुर्वेद से संबंधित शोध परियोजनाओं में अपार संभावनाएं हैं।आयुर्वेद में आईआईटी के सहयोग से अनेक कार्य किया जा रहे है जैसे वर्तमान में आयुर्टेक के माध्यम से प्रकृति एवं प्रमेह पर काम किया जा रहा है जिसमें अनेक स्वस्थ एवं रोगी मनुष्यों का परीक्षण किया जा रहा है। जिससे प्रकृति एवं प्रमेह रोग के परस्पर संबंध के विषय में ज्ञान होता है। आईआईटी के बायो साइंसेज की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मिताली मुखर्जी ने बताया कि आयुर्वेदीय सिद्धांतो में मुख्यतया प्रकृति निर्धारण, षटक्रिया काल, प्रमेह की अवस्था के अनुसार उसकी चिकित्सा, पंचकर्म प्रक्रियाओं के पूर्व व पश्चात शारीरिक अवस्थाओं का अवलोकन, आयुर्वेदीय औषधों की क्रिया विधि , आयुर्वेदीय चिकित्सा सिद्धांतो का आधुनिक चिकित्सा के अनुसार वर्गीकरण, क्लिनिकल ट्रायल से पूर्व आयुर्वेदीय औषधों का वैज्ञानिक परीक्षण आदि विषयो पर कार्य किया जा रहा है।प्रोफेसर अजय अग्रवाल के द्वारा आयुर्वेद में अग्निकर्म में सेंसर आधारित अग्निकर्म शलाका, ऊंचाई नापने के लिए सेंसर युक्त मशीन साथ ही साथ अंगुली प्रमाण को भी वैज्ञानिकता पूर्वक नापने एवं प्राचीन काल के ऋषि मुनियों द्वारा वर्णित तथ्यों को उन्हें स्थापित करने हेतु कार्य किया जा रहा है, जिसके सुखद परिणाम भविष्य में मिलेंगे। इसके साथ ही डॉक्टर बनर्जी ने सेल लाइन की उपयोगिता के विषय में बताते हुए आयुर्वेद में विभिन्न औषधीय द्रव्यों का प्रभाव मुखगत व्रण में करने हेतू सेल लाइन में परीक्षण किये जाने पर भी चर्चा हुई जो भविष्य में साकार रूप लेगा।इस अवसर पर डॉ. मिताली मुखर्जी, डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ सुदिप्तो भट्टाचार्य, डा सुष्मिता झा , डा. नेहा जैन,डा इन्द्रनील बनर्जी, डा रवि वन्कायला, आयुर्वेद विश्वविद्यालय के रचना शारीर विभाग के डॉक्टर राकेश कुमार शर्मा, डीन रिसर्च एवं मौलिक सिद्धांत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर देवेंद्र चाहर,विश्वविद्यालय की ओर से आईआईटी के समन्वयक प्रोफेसर हरीश कुमार सिंघल, विभागाध्यक्ष क्रिया शारीर प्रोफेसर दिनेश चंद्र शर्मा, अगद तंत्र विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर रितु कपूर,पंचकर्म विभागाध्यक्ष डॉ ज्ञान प्रकाश शर्मा,शल्य तंत्र विभाग के सह आचार्य डॉ संजय श्रीवास्तव,रस शास्त्र विभाग के सहायक आचार्य डॉ रवि प्रताप, डॉ दीपिका आदि उपस्थित रहे।

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