श्मशान भूमि में प्रवेश करना हुआ टेढ़ी खीर चार लाइनें, उबड़-खाबड़ मार्ग को पार करना जोखिम भरा
मेरा गाँव
“श्मशान भूमि में प्रवेश करना हुआ टेढ़ी खीर चार लाइनें, उबड़-खाबड़ मार्ग को पार करना जोखिम भरा
हनुमानगढ़ (न्यूज जनआवाज़) डबलीराठान कस्बे के रेलवे स्टेशन के समीप स्थित श्मशान भूमि में प्रवेश करना दिनों-दिन टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। समस्या हल के लिए ग्रामीणों का एक शिष्ट मंडल उपतहसील कार्यालय में नायब तहसीदार रणवीर फुले से मिला और उनसे राजस्व विभाग में श्मशान भूमि में प्रवेश के लिए अन्य किसी वैल्पिक रास्ते का हल निकालने की गुहार की गई। ग्रामीणों ने बताया कि कंधे पर अर्थी, चार रेल लाइनें, नुकीले पत्थरों के बीच उबड़़-खाबड़ मार्ग से गुजरना भारी साबित हो रहा है। मुसीबत उस समय और अधिक बढ़ जाती है जब श्मशान भूमि के प्रवेश मार्ग के समक्ष क्रॉसिंग के समय तीन तीन रेल गाडिय़ां खड़ी हो जाती हैं।अंडर पास या बने फुट ओवरब्रिज तो मिले राहत। प्रवेश मार्ग के समीप अंतिम चार नम्बर लाइन पर तो अक्सर आर्मी का खाली रैक खड़ा ही रहता है। अन्य कोई विकल्प नहीं होने पर मजबूरन ग्रामीणों को अर्थी आर्मी के खाली रैक (टैंक आदि रखने के स्थान) के ऊपर से निकालना भारी साबित होता है। ग्रामीणों ने बताया बठिंडा-सूरतगढ़ रेलवे ट्रैक पर दिनों दिन यात्री एवं एक्सप्रेस रेलगाडिय़ों के अलावा माल गाडिय़ों का आवागमन बहुत अधिक रहने पर मार्ग दिनों दिन व्यस्त रहने लगा है।गत दिनों कस्बे में अरोड़वंश समाज की एक बुजुर्ग महिला के निधन पर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान भूमि में प्रवेश करना कठिन हो गया। दो-तीन नम्बर लाइन पर कोयला रैक एवं माल गाड़ी खड़ी थी। चार नम्बर लाइन पर लम्बे समय से आर्मी की खड़ी खाली गाड़ी से बाधा उत्पन्न होने से ग्रामीणों को गाडिय़ों के नीचे से या रेलवे लाइनों के साथ-साथ लम्बी दूरी तय कर श्मशान भूमि में प्रवेश करना परेशानियों भरा रहा। लम्बे समय से जारी इस संकट के स्थाई हल के लिए ग्रामीणों की ओर से भागदौड़ शुरु की गई है। Hanumangarh News jan awaz.(मिले नायब तहसीदार से) पूर्व सरपंच रामेश्वर वर्मा, कल्याण भूमि सेवा समिति एवं रेल विकास समिति महासचिव जगजीत सिंह सुमल, हंसराज कालवा एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र गुम्बर नायब तहसीदार रणवीर फुले से मिले और रेलवे स्टेशन के समीप स्थित श्मशान भूमि में रेलवे लाइनों के ऊपर से गुजरने के अलावा अन्य कोई वैकल्पिक रास्ते के बारे में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि हमारे पास उपलब्ध रिकार्ड में श्मशान भूमि के लिए अन्य कोई रास्ता नहीं है। रिकार्ड आदि की लिखित जानकारी शीघ्र उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया।मिलेंगे विधायक-सांसद तथा जिला कलक्टर से।। पूर्व सरपंच कॉमरेड:- रामेश्वर वर्मा ने बताया कि श्मशान भूमि में प्रवेश करना वर्तमान में बहुत मुश्किलों भरा एवं खतरे की घंटी रहती है। उपतहसील कार्यालय से जानकारी के बाद जिला कलक्टर एवं जिला मुख्यालय स्थित रेलवे एडीएन से मिलेंगे। अन्य कोई विकल्प नहीं होने पर श्मशान भूमि में प्रवेश के लिए छोटा अंडर पास या फुट ओवर ब्रिज निर्माण ही विकल्प बचता है। इसके लिए नव निर्वाचित सांसद कुलदीप इंदौरा एवं पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल से भी समस्या हल की गुहार की जाएगी। जगजीत सिंह सुमल ने बताया कि इस सम्बन्ध में रेलवे एडीएन विक्रम सिंह बडग़ुजर से फोन पर बातचीत हुई है। उन्होंने भी स्थाई हल के लिए जिला कलक्टर एवं रेलवे के उच्च अधिकारियों के समक्ष समस्या मुखर करने को कहा है।