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पैंथर को पकड़ने में जुटी वन विभाग की टीम

राजस्थान

  1. पैंथर को पकड़ने में जुटी वन विभाग की टीम

    पैंथर को पकड़ने में जुटी वन विभाग की टीम
    पैंथर को पकड़ने में जुटी वन विभाग की टीम

    ।    रिपोर्ट:-धीरेन्द्र भाटी।                                      जोधपुर, बुधवार।माचिया बायोलॉजिकल पार्क में 26 मई को रात्रि में मृत कृष्ण मृगों की मृत्यु का कारण बड़े वन्यजीव के हमले के कारण होने की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद वन विभाग की टीम दिन-रात बड़े वन्यजीव (पैथर) को पकड़ने में जुटी है।उप वन संरक्षक वन्यजीव जोधपुर श्रीमति सरिता कुमारी वन विभाग की टीम के साथ माचिया बायोलॉजिकल पार्क में मौजूद है। पैंथर की निगरानी के लिए 20 ट्रेप कैमरों की मदद ली जा रही है। संभावित पँथर को पकड़ने के लिए 3 पिंजरे भी लगाये गये है। पार्क के अंदर बाहरी पैंथर की उपस्थिति ट्रैप कैमरा एवं पदचिहनों के माध्यम से ज्ञात हो रही है एवं पैंथर पकड़ने के लिए लगी टीम के सदस्यों द्वारा भी इस पैंथर को देखा गया है।मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव जोधपुर आर.के. जैन ने पार्क और घटना स्थल के निरीक्षण के दौरान वन्यजीवों के लिए बनाये गये कैज में चारा-पानी, छाया की समुचित व्यवस्था पाई गयी। कृष्ण मृगों की मृत्यु की इस घटना की जांच के लिए मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव जोधपुर ने नरपतसिंह चारण उप वन संरक्षक प्रशासन को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। नरपतसिंह चारण उप वन संरक्षक (जांच अधिकारी) द्वारा 28 मई को उप वन संरक्षक उड़नदस्ता एस.के. सिंह के साथ माचिया पार्क का सघन भ्रमण कर शाकाहारी वन्यजीवों के एनक्लोजर में पैंथर के घुसने के संभावित स्थानों को चिन्हित कर बंद करवाया गया। साथ ही, जांच कमेटी को सभी पहलूओं की जांच कर जांच रिपोर्ट 7 दिवस में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है। माचिया बायोलॉजिकल पार्क की स्थापना के समय ये क्षेत्र पैंथर प्रभावित क्षेत्र नहीं होने के कारण यथासंभव उस समय पैंथर प्रूफ फेंसिंग का निर्माण नहीं कराया गया था। कुछ समय पूर्व ही जोधपुर शहर के आस-पास के क्षेत्रों में पैंथर की उपस्थिति देखी गई। भविष्य में इस तरह की घटना न हो इसके लिये आउटर फैसिंग को पैंथर प्रूफ फैसिंग बनाये जाने के लिए शीघ्र ही राज्य सरकार को लिखा जायेगा। माचिया पार्क में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वनकर्मियों की टीमें बनाकर रात्रि में भी तैनात की गई है. ताकि हिरणों के एनक्लोजर में पैंथर की प्रविष्टि नहीं हो सके। विभाग की प्राथमिकता है कि पेंथर को यंहा से रथानांतरित कर दें, ताकि कभी घटना की पुनरावृति नहीं हों। पैंथर के विचरण को देखते हुए पार्क को 30 मई को पर्यटकों के लिए बंद रखा जाएगा।

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